MP Board Class 11th Geography Purv Abhyas Prashn Patra Full Solution Set-A 2024 | कक्षा 11वी भूगोल प्री बॉर्ड पूर्व अभ्यास पेपर सेट-ए सोल्यूशंस 2024| पूर्व अभ्यास पेपर कक्षा 11वीं 2024
MP Board 11th Geography Set-A Pre Board Purv Abhyas Paper Full Solution 202३-2४ PDF Download
एमपी बोर्ड प्रैक्टिस परीक्षा 2024 – मध्य प्रदेश अर्धवार्षिक परीक्षा में समाप्त हो गई हैं तथा 22 दिसंबर 2023 तक रिजल्ट भी जारी करने की घोषणा की गई है। इसके ठीक 48 दिनों बाद एमपी बोर्ड की परीक्षाएं प्रारंभ है। इस वर्ष कक्षा 10वीं 12वीं के प्री बोर्ड परीक्षा न होने के कारण Mp Board Practice Paper (पूर्व अभ्यास पेपर) 2024 का आयोजन किया जा रहा है यह परीक्षा कक्षा नवमी से 12वीं तक की विद्यार्थियों के लिए है इस परीक्षा का उद्देश्य बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों के प्रदर्शन को और बेहतर बनाना है।
अगर आप यह सोच रहे हो कि मुझे MP Board Pre Board Practice (Purv Abhyas) Paper 2024 PDF से पढ़ना चाहिए या फिर नहीं पढ़ना चाहिए तो यह सवाल आपके मन में अवश्य ही आएगा, इसके लिए हम यहां पर आपको बताना चाहेंगे – किसी भी बोर्ड परीक्षा में या किसी भी पेपर में अच्छे नंबर लाने के लिए उस पेपर से संबंधित सैंपल पेपर का रिवीजन करना बहुत आवश्यक है। यहां पर यह पेपर बोर्ड के द्वारा जारी किए गए हैं तो आपको एक बार अवश्य सभी पेपर का रिवीजन करना चाहिए। MP Board Practice Pre Board Purv Abhyas Paper 2024 PDF को पढ़कर आप अवश्य ही अच्छे नंबर प्राप्त करोगे।
Class 11th Geography Purv Abhyas Prashn Patra Full Solution MP Board
जनवरी 2024 में आयोजित एमपी बोर्ड प्रैक्टिस परीक्षा 2024 के अंतर्गत कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों को परीक्षा दिनांक 8/01/2024 को अभ्यास प्रश्न विषय शिक्षक द्वारा कराए जाएंगे। तथा प्रश्न पत्रों का मूल्यांकन भी विषय शिक्षक के द्वारा किया जाएगा तथा विद्यार्थियों द्वारा जो भी त्रुटि रहेगी उसकी पूर्णता तुरंत ही विषय शिक्षक द्वारा किया जाएगा। अभ्यास प्रश्न पत्रों को विद्यार्थी घर भी लेकर जा सकते हैं और उसे हल करके अगले दिन अपने विषय शिक्षक को दिखाएंगे विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने के लिए कॉपियां भी उपलब्ध की जाएगी।
MP Board Purv Abhyas Prashn Patra Pattern 2024
MP Board Practice Paper Pattern 2024 – एमपी बोर्ड में जनवरी 2024 में आयोजित होने वाली प्रेक्टिस परीक्षा में बोर्ड की वार्षिक परीक्षा का नवीन पैटर्न फॉलो किया जाएगा जिस प्रकार से एमपी बोर्ड की परीक्षा में नया पैटर्न अपनाया गया है इस तरह से प्रेक्टिस परीक्षा में भी बोर्ड पैटर्न का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे विद्यार्थी आने वाले बोर्ड परीक्षा में और अच्छे से प्रश्न पत्र को समझ सकें तथा बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
एमपी बोर्ड प्रैक्टिस परीक्षा 2024 पेपर कैसे बनेंगे
एमपी बोर्ड प्रैक्टिस परीक्षा 2024 के प्रश्न पत्र का निर्माण मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय DPI के द्वारा किया जाएगा। डीपी के द्वारा प्रश्न पत्र तैयार करके ऑनलाइन सभी संस्थाओं में भेजे जाएंगे तथा प्रश्न पत्र के दो-दो सेट विद्यालय में भी बनाने की तैयारी चल रही है। Mp Board Practice Paper 2024 से संबंधित विभिन्न दिशा निर्देश सभी संस्थाओं के प्राचार्य को दे दिया गया है।
MP Board Practice (Purv Abhyas) Geography Set-A Paper Full Solution 2023-24 Pdf Download
एमपी बोर्ड प्रैक्टिस (पूर्व अभ्यास) भूगोल सेट-ए पेपर फुल साेेेेेेेेल्यूूूशंस 2024 पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए आपको दिए गए लिंक पर क्लिक करना होगा। दिए गए लिंक के माध्यम से आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं कक्षा 11th के MP Board Practice Purv Abhyas Geography Set A Paper Solution 2023-24 Pdf Download करने के लिए लिंक नीचे दी गई हैं।
कक्षा 11वीं भूगोल
अभ्यास प्रश्न पत्र सेट-ए सॉल्यूशन
Anurag Asati Classes
Like,
Share,
Subscribe the Youtube channel
प्र.6 भौतिक भूगोल की किन्हीं दो शाखाओं के नाम लिखिए।
उत्तर - भूगोल की दो प्रमुख शाखाएँ-भौतिक भूगोल व
मानव भूगोल हैं।
अथवा
भूगोल में तकनीकी के कोई दो महत्व लिखिए।
उत्तर - भूगोल में तकनीकी के दो महत्व निम्नलिखित
हैं:
1. स्थानिक जानकारी प्राप्त करना, विश्लेषण करना,
व्याख्या करना, समझना और संचार करना
2. भूगोल के सिद्धांतों और अनुप्रयोगों को विकसित करना
Like Share
Subscribe
Anurag Asati Classes
प्र.7 पृथ्वी के
वायुमंडल को निर्मित करने वाली प्रारंभिक गैसें कौन-सी थी?
उत्तर
- पृथ्वी के वायुमंडल को
निर्मित करने वाली प्रारंभिक गैसें हाइड्रोजन
और हीलियम थीं, जो काफी गर्म थीं।
इन गैसों की उपलब्धता के कारण ही पृथ्वी तरल अवस्था में थी ।
अथवा
उल्का पिंड से क्या तात्पर्य है?
उत्तर - कुछ उल्काएँ जो वायुमंडल में वाष्पित हुए बिना पृथ्वी
पर पहुंच जाती हैं, इन्हें उल्का पिंड कहते हैं।
प्र.8 अपक्षय किसे
कहते है अपक्षय के प्रकारों को लिखिए।
उत्तर - चट्टानों के अपने ही स्थान पर
टूटने-फूटने की क्रिया को अपक्षय कहते है। इस प्रकार अपक्षय एक स्थैतिज (Static) क्रिया है जिसमे पदार्थों का परिवहन सम्मिलित नही है। चट्टानों के अपने ही
स्थान पर टूटने की क्रिया दो प्रकार से होती है--
(अ) भौतिक कारकों द्वारा बलकृत रूप से (Mechanical) चट्टानों
का टूटना या विघटन (Decomposition)।
(ब) रासायनिक प्रक्रिया द्वारा चट्टान का कमजोर होकर बिखर जाना या अपघटन (Decomposition)।
अथवा
पवन
अपरदन के द्वारा निर्मित कोई चार स्थलाकृति के नाम लिखिए।
उत्तर – वायु द्वारा निर्मित स्थलाकृति – वातगर्त, छत्रक शिला – गारा, इन्सेलबर्ग ( insellberg ), यारदंग, भू- स्तंभ ( Demoiselles ), ज्यूजेन ( zeugen ), त्रिकोणक ( Driekenter ),पुल तथा खिड़की, पवन का निक्षेपण कार्य ( वायु द्वारा निर्मित स्थलाकृति )
प्र.9 वायुमण्डल में
धूलकणों के नहीं होने से क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर - धूलकणों का
महत्त्व
·
धूलकणों के कारण ही आकाश का रंग नीला
दिखाई देता है।
·
सूर्योदय व सूर्यास्त के समय धूलकणों के
कारण ही आकाश का रंग लाल होता है।
·
कोहरे, कुहासे व धुन्ध के
निर्माण में धूलकण केन्द्रक के रूप में कार्य करते हैं। इनके चारों ओर ही जलवाष्प
मिलता है।
अथवा
वायुमण्डल की सभी परतों में क्षोभमंडल सबसे अधिक महत्वपूर्ण क्यों
हैं?
उत्तर - क्षोभमंडल पृथ्वी के सबसे पास का संस्तर है। इसमें अन्य गैसों के साथ धूलकण तथा जलवाष्प भी पाए जाते हैं। धूलकणों के चारों ओर जलवाष्प के संघनित होने से मेघों का निर्माण होता है तथा जलवाष्प पृथ्वी को अधिक गर्म या अधिक ठंडा होने से बचाते हैं। साथ ही इसी सस्तर में सभी मौसमी परिवर्तन तथा जैविक क्रियाकलाप संपन्न होते हैं। इन्हीं सब कारणों से यह संस्तर अन्य सभी संस्तरों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
Like Share
Subscribe
Anurag Asati Classes
प्र.10 सहसंबंध
की परिभाषा लिखिए।
उत्तर
- जब दो चर राशियों में से एक चर राशि के बढ़ने से दूसरी चर राशि (variable)
में वृद्धि हो या कमी हो एवं एक चर राशि की कमी से दूसरी चर राशि
में वृद्धि हो या कमी हो तो उन दोनों चर राशियों में सहसंबंध पाया जाता है।
अथवा
सहसंबंध के प्रकार लिखिए।
उत्तर
- सहसंबंध के प्रकार
1.”धनात्मक अथवा ऋणात्मक
सहसंबंध- यदि एक चर मूल्य घटने पर दूसरा चर मूल्य भी घटे अथवा एक चर मूल्य के बढ़ने
पर दूसरा चर मूल्य भी बढ़े तो ऐसा सहसंबंध धनात्मक होता है। मूल्य एवं पूर्ति में
इसी प्रकार का सहसंबंध पाया जाता है। ऋणात्मक सहसंबंध उस दशा में होता है जब एक चर
मूल्य के घटने पर दूसरा चर मूल्य बढ़ता हो तथा एक चर मूल्य के बढ़ने पर दूसरे चर
मूल्य में कमी होती हो। मूल्य एवं माँग में इसी प्रकार का | सहसंबंध
पाया जाता है।
2. सरल, आंशिक अथवा बहुगुणी सहसंबंध- दो चर मूल्यों के सहसंबंध को सरल सहसंबंध कहते हैं। आंशिक सहसंबंध में दो
मूल्यों में एक अन्य स्वतंत्र चर मूल्य का समावेश करके सहसंबंध ज्ञात किया जाता
है। बहुगुणी सहसंबंध में तीन या अधिक चर मूल्यों के मध्य सहसंबंध का अध्ययन किया
जाता है।
3. रेखीय तथा अरेखीय सहसंबंध- यदि दो चर मूल्यों के मध्य परिवर्तन का अनुपात समान होता है तो उनमें रेखीय सहसंबंध होगा। इन चर मूल्यों को यदि बिन्दुरेखीय पत्र पर अंकित किया जाए तो बिन्दु एक सीधी रेखा के रूप में होंगे। अरेखीय सहसंबंध जिसे वक्ररेखीय सहसंबंध’ भी कहते हैं, में एक चर मूल्य के परिवर्तनों की मात्रा व दूसरे चर मूल्य के परिवर्तनों की मात्रा एक अनुपात में नहीं होगी। इन चर मूल्यों को बिन्दु रेखा पर अंकित करने पर वक्र बन जाता है।
Full Solution PDF Download
Click this Poster 👇👇👇
MP Board All Subjects Practice (Purv Abhyas) Paper Solution 2023-24 Pdf Download
एमपी बोर्ड प्रैक्टिस पेपर (पूर्व अभ्यास पेपर) सोल्यूशंस 2024 पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए आपको दिए गए लिंक पर क्लिक करना होगा । दिए गए लिंक के माध्यम से आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं ।
कक्षा 11th के MP Board Practice (Purv Abhyas) Paper All Subject All Set Solution 2023-24 Pdf Download करने के लिंक पर क्लिक करें।
🔥🔥 Join Our Group For All Information And Update🔥🔥 | |
♦️ Subscribe YouTube Channel :- | Click Here |
♦️ Join Telegram Channel :- | Click Here |
♦️ Follow Instagram :- | Click Here |
♦️ Facebook Page :- | Click Here |
♦️ Follow Twitter :- | Click Here |
♦️ Website For All Update :- | Click Here |