Anurag Asati Classes

Anurag Asati Classes

Class 12th Political Science Chapter-4 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र | Alternative Centres of Power | Satta ke Vaikalpik Kendra Notes in Hindi

Class 12th Political Science Chapter-4 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र | Alternative Centres of Power | Satta ke Vaikalpik Kendra Notes in Hindi

Class 12th Political Science Chapter-4 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र | Alternative Centres of Power | Satta ke Vaikalpik Kendra Notes in Hindi


   कक्षा 12वीं राजनीति शास्‍त्र
           अध्याय- 4
   सत्ता के वैकल्पिक केंद्र                      

  • शीतयुद्ध के बाद विश्व के सामने कुछ ऐसे संगठन तथा देश प्रभावशाली बनकर सामने आए
  • जिससे यह स्पष्ट होने लगा कि
  • यह संगठन तथा देश अमेरिका की एक ध्रुवीयता के सामने एक विकल्प बन सकते हैं

 

  • विश्व राजनीति में दो ध्रुवीय व्यवस्था के टूटने के बाद
  • स्पष्ट हो गया कि राजनीतिक और आर्थिक सत्ता के नए केंद्र
  • कुछ हद तक अमेरिका के प्रभुत्व को अवश्य सीमित ( कम ) करेंगे

 

सत्ता के नए केंद्र

  • देश
  • संगठन

यूरोपीय संघ

  • अमेरिका ने यूरोप की अर्थव्यवस्था के पुनर्गठन के लिए बहुत बड़ी मदद की इसे मार्शल योजना के नाम से जानते हैं
  • 1948 में मार्शल योजना के तहत यूरोपीय आर्थिक सहयोग संगठन की स्थापना की गई
  • जिसके माध्यम से पश्चिमी यूरोप के देशों को आर्थिक मदद दी गई
  • यह एक ऐसा मंच बन गया जिसके माध्यम से पश्चिमी यूरोप के देशों ने व्यापार और आर्थिक मामलों में एक दूसरे की मदद शुरू की
  • 1949 में यूरोपीय परिषद की स्थापना हुई जो कि राजनैतिक सहयोग के मामले में अगला कदम था
  • 1957 में यूरोपीय आर्थिक समुदाय और का गठन हुआ
  • 1979 में यूरोपीयन पार्लियामेंट के गठन के बाद यूरोपीय आर्थिक समुदाय ने राजनीतिक स्वरूप लेना शुरू कर दिया
  • 1992 में माँस्ट्रिट संधि के द्वारा यूरोपीय संघ का गठन हुआ
  • अमेरिका ने यूरोप की अर्थव्यवस्था के पुनर्गठन के लिए बहुत बड़ी मदद की इसे मार्शल योजना के नाम से जानते हैं
  • 1948 में मार्शल योजना के तहत यूरोपीय आर्थिक सहयोग संगठन की स्थापना की गई
  • जिसके माध्यम से पश्चिमी यूरोप के देशों को आर्थिक मदद दी गई
  • यह एक ऐसा मंच बन गया जिसके माध्यम से पश्चिमी यूरोप के देशों ने व्यापार और आर्थिक मामलों में एक दूसरे की मदद शुरू की

 

यूरोपीय संघ

  • यूरोपीय संघ यूरोप के देशों का एक संगठन है
  • इसकी स्थापना 1992 में हुई
  • प्रारंभ में यह एक आर्थिक संगठन के रूप में कार्य करता था
  • लेकिन बाद में यह राजनैतिक संगठन की तरह कार्य करने लगा

 

यूरोपीय संघ की विशेषता

  • यूरोपीय संघ ने आर्थिक सहयोग वाली संस्था से बदलकर राजनैतिक संस्था का रूप ले लिया
  • यह एक विशाल राष्ट्र की तरह काम करने लगा इसके पास अपना झंडा, गान स्थापना दिवस मुद्रा है
  • 2016 में यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी और इसका सकल घरेलू उत्पादन 17000 अरब डॉलर था
  • इसकी मुद्रा यूरो अमेरिकी डॉलर के प्रभुत्व के लिए खतरा बन सकती है
  • विश्व व्यापार में इसकी हिस्सेदारी अमेरिका से 3 गुना ज्यादा है

  • इसकी आर्थिक शक्ति का प्रभाव यूरोप, एशिया और अफ्रीका के देशों पर हैं
  • यह विश्व व्यापार संगठन के अंदर एक महत्वपूर्ण समूह के रूप में कार्य करता है
  • इसका एक सदस्य देश फ्रांस सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य है
  • फ्रांस परमाणु शक्ति संपन्न देश है

 

यूरोपीय संघ की कमियां / कमजोरियां

  • यूरोपीय संघ के सदस्य देशों की अपनी विदेश और रक्षा नीति है जो कई बार एक दूसरे के खिलाफ होती है
  • Ex- इराक पर अमेरिकी हमले में ब्रिटेन हमले के साथ था
  • लेकिन जर्मनी और फ्रांस इस हमले के खिलाफ थे

  • यूरोप के कुछ हिस्सों में यूरो मुद्रा को लागू करने को लेकर नाराजगी है
  • डेनमार्क और स्वीडन ने मॉस्ट्रिट संधि और साझी यूरोपीय मुद्रा यूरो को मानने से इनकार कर दिया
  • यूरोपीय संघ के कई सदस्य देश अमेरिकी गठबंधन में थे
  • ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग हो गया है
  • यूरोपीय संघ ने 2003 में अपना संविधान बनाने का प्रयास किया लेकिन उसमें असफल रहा

 

यूरोपीय संघ के गठन के प्रमुख उद्देश्य

 

यूरोपीय संघ के गठन के उद्देश्य

  • एक समान विदेश और सुरक्षा नीति
  • आंतरिक मामलों तथा न्याय से जुड़े मामलों पर सहयोग
  • एक समान मुद्रा का चलन
  • वीजा मुक्त आवागमन

 

आसियान

दक्षिण - पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन

 

  • आसियान की स्थापना 1967 में हुई थी
  • इस क्षेत्र के 5 देशों ( इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड)
  • ने बैंकॉक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करके आसियान की स्थापना की थी
  • बाद में ब्रूनेई दारुस्सलाम, वियतनाम, लाओस, म्यांमार और कंबोडिया भी इसमें शामिल हो गए और इसकी सदस्य संख्या 10 हो गई

 

आसियान के प्रमुख उद्देश्य

 

  • सदस्य देशों के आर्थिक विकास को तेज करना
  • इसके द्वारा सामाजिक और सांस्कृतिक विकास हासिल करना
  • कानून के शासन और संयुक्त राष्ट्र संघ के नियमों का पालन करके क्षेत्रीय शांति और स्थायित्व को बढ़ावा देना

 

आसियान शैली

  • अनौपचारिक टकराव रहित और सहयोगात्मक
  • मेल-मिलाप का नया उदाहरण पेश करके
  • आसियान ने काफी यश कमाया इसे ही
  • आसियान शैली के नाम से जाना जाता है

 

01.

शीतयुद्ध का दौर

Click Here

02.


दो ध्रुवता का अंत

Click Here

03.

समसामयिक विश्व में अमेरिकी वर्चस्व

Coming Soon

04.

सत्य के वैकल्पिक केंद्र

Click Here

आसियान समुदाय के प्रमुख तीन स्तम्भ

  • आसियान सुरक्षा समुदाय
  • आसियान आर्थिक समुदाय
  • आसियान सामजिक- सांस्कृतिक समुदाय

 

  • आसियान सुरक्षा समुदाय क्षेत्रीय विवादों को सैनिक टकराव तक ले जाने की सहमति पर आधारित है

  • आसियान आर्थिक समुदाय का उद्देश्य आसियान देशों का साझा बाजार और उत्पादन आधार तैयार करना तथा इस क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में मदद करना है

  • आसियान सामाजिक - सांस्कृतिक समुदाय का उद्देश्य है कि आसियान देशों के बीच टकराव की जगह बातचीत और सहयोग को बढ़ावा दिया जाए

 

आसियान क्षेत्रीय मंच

  • आसियान क्षेत्रीय मंच की स्थापना 1994 में की गई थी
  • इसका उद्देश्य आसियान के देशों की सुरक्षा
  • और विदेश नीतियों में तालमेल बनाना है

 

  1. आसियान की मौजूदा आर्थिक शक्ति खासतौर से भारत और चीन जैसे तेजी से विकसित होने वाले एशियाई देशों के साथ व्यापार और निवेश के मामले में प्रदर्शित होती है।
  2. आसियान ने निवेश, श्रम और सेवाओं के मामले में मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने पर भी ध्यान दिया है।
  3. अमरीका तथा चीन ने भी मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने में रूचि दिखाई है।
  4. 1991 के बाद भारत ने 'पूरब की ओर देखो' की नीति अपनाई है।
  5. भारत ने आसियान के दो सदस्य देशों सिंगापुर और थाईलैंड के साथ मुक्त व्यापार का समझौता किया है।
  6. 2009 में भारत ने आसियान के साथ 'मुक्त व्यापार समझौता किया। जो 1 जनवरी 2010 से लागू हुआ
  7. आसियान की असली ताकत अपने सदस्य देशों, सहभागी सदस्यों और बाकीगैर-क्षेत्रीय संगठनों के बीच निरंतर संवाद और परामर्श करने की नीति में है
  8. यह एशिया का एकमात्र ऐसा संगठन है जो एशियाई देशों और विश्व शक्तियों को राजनैतिक और सुरक्षा मामलों पर चर्चा के लिए मंच उपलब्ध कराता है
  9. हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री ने आसियान देशों की यात्रा की तथा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर समझौते किए तथा 'पूर्व की ओर देखो' नीति के स्थान पर 'पूर्वोत्तर कार्यनीति' (एक्ट ईस्ट पॉलिसी) की संकल्पना प्रस्तुत की इसी के अंतर्गत वर्ष 2018 के गणतंत्र दिवस समारोह में आसियान देशों के राष्ट्रध्यक्षों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था
  10.  2018 में सिंगापुर में हुए 33वां आसियान शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाग लिया
  11.  2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बैंकाक में आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया 
  12. 17वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन 12 नवंबर 2020 को VIRTUAL आयोजित किया गया।

 

SAARC

सार्क

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन

South Asian association for regional cooperation

  • सार्क की स्थापना 8 दिसंबर 1985 को दिसंबर 1985 को हुई
  • सार्क की स्थापना के समय इस में 7 देश शामिल थे
  • भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, मालदीव, श्रीलंका
  • अफगानिस्तान इसमें बाद में शामिल हुआ
  • इसका मुख्यालय काठमांडू ( नेपाल ) में है

उददेश्य

  • दक्षिण एशिया के देशों में जनता के विकास एवं जीवन स्तर में सुधार लाना
  • आत्मनिर्भरता
  • आर्थिक विकास करना
  • सांस्कृतिक एवं सामाजिक विकास, आपसी सहयोग
  • आपसी विवादों का निपटारा
  • आपसी विश्वास बढ़ाकर व्यापार को बढ़ावा देना

 

 

सार्क की उपलब्धियां

  • भारत पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजद भी द्विपक्षीय स्तर पर समझ और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए छोटे देशों के लिए अभी भी उपयोगी संगठन है।

  • साफ्टा को बनाकर व्यापार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

  • पर्यावरण, आर्थिक विकास ऊर्जा आदि क्षेत्रों में सहयोग की बात की है

 

सार्क क्यों असफल हो गया ?

  • इसके सदस्य देशों के आपसी विवाद
  • आपसी व्यापार काफी कम है
  • भारत - पाकिस्तान संघर्ष भी एक मुख्य कारण है
  • आतंकवाद, अलगाववाद
  • यह देश आपस में लड़ते रहते है
  • इनमे एकता नहीं है
  • आपसी विवादों को बातचीत से सुलझाया नही जा सका

साफ्टा

2006 में सार्क देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के

लिए साफ्टा बनाया गया

दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र समझौता

South Asian free trade area

 

साफ्टा के उद्देश्य

  • व्यापार में आने वाली बढाओ को दूर करना
  • आपसी व्यापार में लगने वाला सीमा शुल्क कम करना जाएगा

 

साफ्टा क्यों असफल रहा ?

  • सार्क के कुछ छोटे देश ऐसा मानते हैं
  • कि भारत साफ्टा की ओट लेकर उनके बाजारों में सेंध मारना चाहता है
  • भारत सोचता है कि साफ्टा से इस क्षेत्र में हर देश को फायदा होगा
  • इन देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा
  • भारत का पहले से ही भूटान, श्रीलंका, नेपाल से 2 पक्षीय व्यापारिक समझौता हो रखा है

 

BRICS

Brazil, Russia, India, China, South Africa

  • वर्तमान में BRICS पांच देशों का एक संगठन है
  • इस समूह को बनाने की शुरुवात 2006 में हो चुकी थी इसका पहला सम्मेलन 2009 में हुआ था
  • प्रारम्भ में इसकी सदस्य संख्या चार थी
  • दक्षिण अफ्रीका इसमें बाद में (2009 में) जुड़ा
  • इसके बाद इसकी सदस्य संख्या पांच हो गई

  • BRICS दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों का एक संघ है इसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका देश शामिल है रूस को सोवियत संघ का उत्तराधिकारी है
  • रूस और चीन को सुरक्षा परिषद् में वीटो पॉवर भी प्राप्त है

 

BRICS के उद्देश्य

  • इन देशों का मुख्य उद्देश्य अपनी अर्थव्यवस्था को उभारना है अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाना जिस से इनके सदस्य देशों की अर्थव्यवस्था को बढ़ाया जा सके
  • आपस में राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग करना
  • यह देश घरेलू और साझा चुनौतियों को आपसी सलाह द्वारा सुलझाने का प्रयास करते हैं
  • प्रत्येक राष्ट्र की आंतरिक नीतियों तथा परस्पर समानता में अहस्तक्षेप के
  • अतिरिक्त इसके सदस्य देशों के बीच
  • सहयोग तथा पारस्परिक आर्थिक लाभ का वितरण करना

BRIC का पहला सम्मेलन

  • इसका पहला सम्मेलन 2009 में हुआ था
  • यह सम्मेलन Yekaterinburg में 16 जून 2009 में हुआ था
  • Yekaterinburg रूस में है
  • भारत की तरफ से उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इसमें शामिल हुए थे

 

ब्रिक्स का 11 वां सम्मेलन 2019 में ब्राजील में सम्पन्न हुआ, जिसकी अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने की ।

ब्रिक्स का 12 वां सम्मेलन 2020 में रूस में ऑनलाइन आयोजित हुआ। रूस ब्रिक्स का मेजबान और अध्यक्ष था ।

विश्व राजनीति में, ब्रिक्स अंतराष्ट्रीय स्थिरता को बनाए रखने और वैश्विक आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने और बहुध्रुवीय दुनिया का एकजुट केन्द्र बनने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है ।

13वां BRICS शिखर सम्मेलन :-

13वां ब्रिक्स वार्षिक शिखर सम्मेलन 9 सितंबर 2021 को वर्चुअल माध्यम ये आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने की ।

इस सम्मेलन का विषय - निरतंरता, समेकन और आम सहमति हेतु ब्रिक्स के बीच सहयोग था ।

'Counter Terrorism Action Plan' आंतकवाद को रोकने के लिए अपनाया गया । इस सम्मेलन मे पहली बार डिजीटल हेल्थ की चर्चा की गई जिसमें तकनीक के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराना है ।

वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा के मसलों पर आम सहमति से चर्चा हुई ।

पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु भी चर्चा हुई।

 

विवाद

  • इनके सदस्य देशों के बीच कुछ विवाद है
  • भारत और चीन के बीच सीमा विवाद
  • OBOR को लेकर विवाद
  • चीन और पाकिस्तान की नजदीकियों को लेकर विवाद
  • चीन और ब्राजील में चीन की मुद्रा से संबंधित समस्या

 

चीन

CHINA

 

  • चीन भारत का पड़ोसी देश है
  • चीन विश्व में सबसे अधिक आबादी वाला देश है
  • 1962 में भारत और चीन का युद्ध हुआ
  • जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा
  • भारत और चीन के संबंध कई बार तनावपूर्ण रहे हैं
  • भारत और चीन के बीच व्यापार बड़े स्तर पर होता है

चीन की अर्थव्यवस्था का उत्थान

  • वर्तमान समय में चीन जितना विकसित है
  • यह सब इसके आर्थिक नीतियों के कारण हुआ है
  • 1978 में चीन ने मुक्त द्वार की नीति अपनाई और विश्व व्यापार में शामिल होने लगा
  • मुक्त द्वार की नीति देंग श्याऑपेंग के द्वारा अपनाई गई
  • इसके बाद चीन का आर्थिक विकास तेजी से होने लगा
  • ऐसा माना जाता है चीन 2040 तक अमेरिका से भी आगे निकल जाएगा
  • इस कारण चीन का प्रभाव विश्व भर में बढ़ता जा रहा है

 

1950 के दशक का चीन

  • चीनी क्रांति 1949 में हुई, यह क्रांति माओ के नेतृत्व में हुई थी
  • यहां साम्यवाद को अपनाया गया
  • चीन आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ देश था
  • चीन पूंजीवादी दुनिया से रिश्ते तोड़ कर साम्यवादी बन गया था
  • ऐसे में चीन के पास अपने संसाधनों के अलावा गुजारा करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था
  • चीन खेती से पूंजी निकालकर उद्योग में लगाता था
  • चीन के पास विदेशी मुद्रा की कमी थी
  • इसलिए बाहर से आयात होने वाले सामान को धीरे-धीरे चीन ने घरेलू स्तर पर बनाना शुरू किया
  • चीन में रोजगार की स्थिति अच्छी थी
  • अर्थव्यवस्था 5-6% की दर से विकास भी कर रही थी
  • लेकिन चीन की जनसंख्या दर तेजी से बढ़ रही थी
  • जिसके कारण चीन को नुकसान उठाना पड़ा

1973 में चाऊ एन लाई ने 4 क्षेत्रो में आधुनीकरण का प्रस्ताव दिया

  1. कृषि
  2. उद्योग
  3. सेना
  4. विज्ञानं और प्रोद्योगिकी

 

1978 में देंग श्योपेंग ने मुक्त द्वार की नीति अपनाई

उसके बाद से चीन तेजी से विकास करने लगा

चीन ने शॉक थेरेपी को नहीं अपनाया बल्कि अपनी अर्थव्यवस्था को चरणबद्ध ढंग से खोला

1982 में - खेती का निजीकरण

1998 में - उद्योगों का निजीकरण

चीन 2001 में विश्व व्यापार संगठन में शामिल हुआ

 

भारत और चीन के संबंधो पर चर्चा

  • हिंदी चीनी भाई भाई का नारा बहुत प्रसिद्ध था
  • चीन भारत का 1962 युद्ध हुआ जिसमे भारत हार गया
  • सीमा विवाद ( जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में )
  • चीन ने तिब्बत को हड़प लिया
  • दलाई लामा ने भारत में शरण मांगी
  • पंचशील का समझौता

पंचशील समझौता

  1. एक दुसरे की क्षेत्रीय अखंडता और प्रभुसत्ता का सम्मान करना
  2. एक दुसरे पर आक्रमण न करना
  3. एक दुसरे के आंतरिक मामलो में दखल न देना
  4. समानता
  5. शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व

 

इजरायल

ISRAEL

विश्व मानचित्र में एक बिंदु के समकक्ष प्रतिबिंबित इजराइल, अर्थव्यवस्था के अतिरिक्त विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी, रक्षा तथा गुप्तचर मामलों में 21 वी शताब्दी के विश्व में एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उदित हुआ है ।

 

  • पश्चिम एशियाई देशों की ज्वलंत राजनीति के मध्य स्थित,
  • इजराइल अपनी अदम्य क्षमता, रक्षा कौशल तकनीकी नवाचार औद्योगिकीकरण तथा कृषि विकास के कारण
  • वैश्विक राजनीतिक क्षेत्र में नई ऊंचाईयों पर पहुंच गया है । प्रतिकूलता के विरूद्ध निरंतरता के सिद्धांत से मार्गदर्शित
  • एक छोटा यहूदी राष्ट्र अर्थात इजरायल सामान्य रूप से समकालीन वैश्विक राजनीति में तथा विशिष्ट रूप में अरब प्रभुत्वशील पश्चिम
  • एशियाई राजनीति में एक विशिष्ट भूमिका का निर्वहन करता है ।

 

भारत INDIA

 

  • 21 वीं शताब्दी के भारत को एक उदीयमान वैश्विक शक्ति के रूप में देखा जा रहा है ।
  • एक बहुआयामी दृष्टिकोण से विश्व भारत की शक्ति तथा उसके उदय का अनुभव कर रहा है |
  • लगभग 135 करोड़ की जनसंख्या वाले इस देश की आर्थिक, राजनीतिक तथा सांस्कृतिक स्थिति बहुत सुदृढ़ है ।
  • आर्थिक परिप्रेक्ष्य से, 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य, एक विशाल प्रतिस्पर्धी व्यापार केंद्र तथा सम्पूर्ण विश्व में 200 मिलियन भारतीय प्रवासियों के साथ
  • भारत की प्राचीन समावेशी संस्कृति, भारत को 21 वीं शताब्दी में
  • शक्ति के एक नए केंद्र के रूप में एक विशिष्ट अर्थ तथा महत्व प्रदान करती है |
  • सामरिक दृष्टिकोण से, भारत की सैन्य शक्ति, परमाणु तकनीक के साथ इसे आत्मनिर्भर बनाती है 
  • विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में ' मेक इन इंडिया ' योजना भारतीय अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बना सकती है ।
  • ये सभी परिवर्तन वर्तमान विश्व में भारत को शक्ति का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाते है ।

रुस

  • 1990 के प्रारम्भ में सोवियत संघ के विघटन के पश्चात रूस
  • सोवियत समाजवादी संघ गणराज्य ' ( यू एस एस आर . ) के
  • सबसे सशक्त उत्तराधिकारी के रूप में उदित हुआ ।
  • रुस के पास खनिजों, प्राकृतिक संसाधनों तथा गैसों का अपार भंडार है
  • जो इसे वैश्विक पटल पर एक शक्तिशाली राज्य बनाते हैं ।
  • इसके अतिरिक्त आधुनिक हथियार के विशाल भंडार के साथ रूस एक परमाणु शक्ति सम्पन्न राज्य है ।
  • रूस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, जिसे पी 5 भी कहा जाता है, का एक स्थायी सदस्य भी है ।

 

जापान JAPAN

  • जापान एशिया महाद्वीप में स्थित एक देश है ।
  • जापान की राजधानी टोक्यो
  • इस देश का काफी बड़ा हिस्सा पहाड़ी है ।
  • यहाँ 200 से अधिक ज्वालामुखी हैं ।
  • जापान में बहुत अधिक भूकंप आते है ।
  • जापान के निकटतम पड़ोसी देशों में कोरिया एवं रूस हैं ।
  • यह देश प्रौद्योगिकी के मामले में सबसे अधिक विकसित है
  • विश्व की अधिकतर विनिर्माण इकाइयाँ जापान में स्थापित हैं
  • एशिया के देशों में अकेला जापान ही समूह -7 के देशों में शामिल
  • जापान संयुक्त राष्ट्र संघ के बजट में 10% का योगदान करता है ।
  • सोनी, पैनासोनिक, कैनन, सुजुकी, होंडा, ट्योटा आदि प्रसिद्ध जापानी ब्रांड हैं ।

 

दक्षिण कोरिया South Korea

 

  • दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया को 38 वें समानांतर रेखा द्वारा विभाजित किया गया है
  • वर्ष 1950-53 के दौरान कोरियाई युद्ध और शीतयुद्ध काल ने दोनों पक्षों के बीच प्रतिद्वंद्विता को तेज कर दिया
  • 1991 में दोनों कोरिया संयुक्त राष्ट्र के सदस्य बने
  • इसी समय दक्षिण कोरिया एशिया में सत्ता के केंद्र के रूप में देखा जाने लगा
  • दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल है
  • दक्षिण कोरिया की मुद्रा दक्षिण कोरियाई वोन है
  • दक्षिण कोरिया एक विकसित देश है
  • सकल घरेलू उत्पाद के आधार पर यह विश्व की 13 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है
  • दक्षिण कोरिया प्रौद्योगिकी स्तर पर काफी विकसित है
  • LG, SAMSUNG, HYUNDAI, KIA, POSCO आदि प्रसिद्ध दक्षिण कोरिया के ब्रांड हैं ।

Watch On Youtube

 Part-1

Part-2


Part-3

🔥🔥 Join Our Group For All Information And Update🔥🔥

♦️ Subscribe YouTube Channel :- Click Here
♦️ Join Telegram Channel  :- Click Here
♦️ Follow Instagram :-Click Here
♦️ Facebook Page :-Click Here
♦️ Follow Twitter :-Click Here
♦️ Website For All Update :-Click Here



Powered by Blogger.
Youtube Channel Image
Anurag Asati Classes Subscribe To watch more Education Tutorials
Subscribe